शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले
वतन पे मरनेवालों का...बांकी यहीं निशां होगा...
ठीक दस साल पहले द्रास में कई मांओं ने अपने लाल खोए...कई बहनों ने वीर गवाएं...कई मांगे सूनी भी हुई...लेकिन आख़िरकार भारत मां के सपूतों ने कारगिल की चोटी पर फ़तह हासिल कर ही ली...दस साल बाद भी हमारे ज़ेहन में कारगिल की यादें ताज़ा है...पूरा देश कारगिल फ़तह की गौरव गाथा गा रहा है...द्रास में भी सुबह से शाम तक जश्न का माहौल रहा...देशभर ने कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि दी...शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया...वहीं देर शाम उन तमाम चोटियों की रौशनी से देश जगमगा उठा...
रंगारंग प्रस्तुति ने सबका मन मोह लिया...इस मौक़े पर हज़ारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए और शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी...द्रास में जब एक साथ हज़ारों की संख्या में लोग इकट्ठे हुए तो माहौल में एक बार फिर नमी सी छा गई...कई आंखे ख़ुशी से छलक उठे...तो कहीं गम के आंसू से माहोल ग़मगीन हो गया...किसी को भाई की कलाई याद आ गई तो कई आंचल एक बार फिर से भींग गए....लेकिन इन सबके बावजूद द्रास में जीत की याद रौशनी बन कर उभरी तो सब की ज़ुबां पर बस यही आया...
धन्य है वो धरा...हो गया वो अमर ...
जो वतन पर मरा...
है समर्पित तुम्हें....वाटिका के सुमन ....
ऐ शहीदों तुम्हें कोटी कोटी नमन...
क्यूं हम शहीदो की कब्र पे दीया जला के देशभक्ति की स्वांग रचते है ?? क्यूं हम शहीदो के चीता के राख माथे पे मल् के भारतमाता के जूठी कसमे खाते है ??
जवाब देंहटाएंक्या हम ने कभी किसी शहीद के बूढी माँ के सूइ में धागा डालने की इक्छा जताईं जो अपने मरे हुए बेटे की राह देख रही है ??
कभी क्या हम ने शहीद के जवान बहिन के डोली का कहार बन्ने के अर्जी दी है ?? या फिर ऐसा विचार मनन में आया होके उसके ५ साल के बेटा के टूटी पतंग के पीछे बेतहासा भागे ?? सूखे कंडे हम विधवा की रसोये मे रख आयें जहा रोज़ चूला आंसू से ठंडी होते ही ऐसे जिगायाषा मन् मे आइ हो ??
सोचा है ये तू ने क्या कभी..??? एक युवा फिल्मकार गाता फिर रहा है आज कल...!!...संजू
kargil ke sahido ko koti koti naman
जवाब देंहटाएंkargil war ek dil dahla dene wala yuddha raha hai iski ek charcha hi aankhen nam kar deti hai ,bharat maa ke lal aur bhart desh par hone wale shahido ko shat-shat naman !
जवाब देंहटाएंnitin verma ,bansi