जीत का है वो पहला रास्ता
जीत... होगी एक दिन जरूर
क्योंकि है हमें पूरा हौसलाहार-जीत का खेल तो लगा रहेगा
जीतेगा वही...जो निरंतर चलता रहेगा...
बाधाएं आएंगी पग-पग पर अनेक
डटकर करना है उसका सामना
थक जाओ अगर...
तो कुछ पल के लिए ठहरना
जिगर को मजबूती से थामना और
हिम्मत से करना मुश्किलों का सामना
खुल जाएंगे खुद-ब-खुद सारे द्वार
और हो जाएंगे हम भवसागर के पार
हार अंतिम पड़ाव नहीं...ये बातें तो बहुत दिनों से सुनते आयें हैं....अब आदत सी हो गयी है...बस इंतज़ार है उस दिन का, जब कभी हमें लगे हम जीत गए हैं :)
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